CTET Exam Hindi Syllabus 2026 Paper 1 and Paper 2(सीटीईटी परीक्षा हिंदी पाठ्यक्रम 2026 पेपर 1 और पेपर 2), Exam Pattern

CTET Exam Syllabus 2026 in Hindi


CTET में सभी सवाल मल्टिपल चॉइस सवाल (MCQs) होंगे, जिनमें चार ऑप्शन होंगे, जिनमें से एक जवाब सबसे सही होगा। हर सवाल एक नंबर का होगा, और कोई नेगेटिव मार्किंग नहीं होगी।

CTET में दो पेपर होंगे।

(i) पेपर I उन लोगों के लिए है जो क्लास I से V तक के टीचर बनना चाहते हैं।

(ii) पेपर II उन लोगों के लिए है जो क्लास VI से VIII तक के टीचर बनना चाहते हैं।

ध्यान दें: जो व्यक्ति दोनों लेवल (क्लास I से V और क्लास VI से VIII) पर पढ़ाना चाहता है, उसे दोनों पेपर (पेपर I और पेपर II) देने होंगे।


पेपर I (क्लास I से V के लिए) प्राइमरी स्टेज। परीक्षा का समय: ढाई घंटे। स्ट्रक्चर और कंटेंट: सभी ज़रूरी।

(i) Child Development and Pedagogy (compulsory), 30 MCQs, 30 Marks

(ii) Mathematics (compulsory), 30 MCQs, 30 Marks

(iii) Environmental Studies (compulsory), 30 MCQs, 30 Marks

(iv) Language I (compulsory), 30 MCQs, 30 Marks

(v) Language II (compulsory), 30 MCQs, 30 Marks


Total 150,                                 150 MCQs     150 Marks


सवालों का पैटर्न:

चाइल्ड डेवलपमेंट और पेडागॉजी पर टेस्ट आइटम 6-11 साल के बच्चों के लिए टीचिंग और लर्निंग से जुड़ी एजुकेशनल साइकोलॉजी पर फोकस करेंगे। वे अलग-अलग तरह के सीखने वालों की खासियतों और ज़रूरतों, उनके साथ कैसे बातचीत करें, और एक अच्छे लर्निंग फैसिलिटेटर के गुणों की जांच करेंगे।

लैंग्वेज I के टेस्ट आइटम पढ़ाने के मीडियम से जुड़ी स्किल्स को देखेंगे।

लैंग्वेज II के टेस्ट आइटम में लैंग्वेज, कम्युनिकेशन और कॉम्प्रिहेंशन स्किल्स के एलिमेंट्स शामिल होंगे।

पेपर I के सवाल NCERT सिलेबस में क्लास I से V तक के टॉपिक्स पर आधारित होंगे। हालांकि, मुश्किल का लेवल और कनेक्शन सेकेंडरी स्टेज तक जा सकते हैं।


पेपर II (क्लास VI से VIII के लिए) एलिमेंट्री स्टेज: परीक्षा का समय: ढाई घंटे। स्ट्रक्चर और कंटेंट (सभी ज़रूरी):

(i) Child Development & Pedagogy (compulsory) 30 MCQs 30 Marks


(ii) Mathematics and Science 60 MCQs 60 Marks

(for Mathematics and Science teacher)

OR

(iii) Social Studies/Social Science  60 MCQs 60 Marks

(for Social Studies/Social Science teacher)


(iv) Language I (compulsory) 30 MCQs 30 Marks

(v) Language II (compulsory) 30 MCQs 30 Marks


Total 150,                      150 MCQs      150 Marks


सवालों का पैटर्न:

चाइल्ड डेवलपमेंट और पेडागॉजी पर टेस्ट आइटम 11-14 साल के बच्चों के लिए टीचिंग और लर्निंग से जुड़ी एजुकेशनल साइकोलॉजी पर फोकस करेंगे। वे अलग-अलग तरह के सीखने वालों की खासियतों, ज़रूरतों और साइकोलॉजी की जांच करेंगे। टेस्ट में सीखने वालों के साथ बातचीत के साथ-साथ एक असरदार फैसिलिटेटर की क्वालिटी पर भी ध्यान दिया जाएगा।

लैंग्वेज I के टेस्ट आइटम पढ़ाने के मीडियम से जुड़ी स्किल्स पर फोकस करेंगे।

लैंग्वेज II के टेस्ट आइटम में लैंग्वेज, कम्युनिकेशन और कॉम्प्रिहेंशन स्किल्स के एलिमेंट्स शामिल होंगे।

लैंग्वेज II, लैंग्वेज I से अलग लैंग्वेज होगी। कोई भी कैंडिडेट मौजूद ऑप्शन में से एक लैंग्वेज को लैंग्वेज I और दूसरी को लैंग्वेज II के तौर पर चुन सकता है। उन्हें कन्फर्मेशन पेज पर अपनी पसंद बतानी होगी।


दो भाषाएँ चुनें जिनमें आप CTET देना चाहते हैं। भाषाओं और उनके कोड की लिस्ट इस तरह है:

भाषा और कोड नंबर

इंग्लिश 01, गुजराती 06, मराठी 11, संस्कृत 16, हिंदी 02, कन्नड़ 07, मिज़ो 12, तमिल 17, असमिया 03, खासी 08, नेपाली 13, तेलुगु 18, बंगाली 04, मलयालम 09, ओडिया 14, तिब्बती 19, गारो 05, मणिपुरी 10, पंजाबी 15, उर्दू 20.

मैथमेटिक्स, साइंस और सोशल स्टडीज़ के टेस्ट आइटम कॉन्सेप्ट, प्रॉब्लम-सॉल्विंग स्किल्स और सब्जेक्ट्स की समझ पर फोकस करेंगे। मैथमेटिक्स और साइंस के टेस्ट आइटम हर एक 30 मार्क्स के होंगे। आइटम NCERT द्वारा क्लास VI-VIII के लिए बताए गए सिलेबस के अलग-अलग सेक्शन में बराबर बांटे जाएंगे।

पेपर II के टेस्ट में सवाल क्लास VI-VIII के NCERT सिलेबस के टॉपिक कवर करेंगे। हालांकि, मुश्किल का लेवल और कनेक्शन सीनियर सेकेंडरी स्टेज तक जा सकते हैं।


LANGUAGE OF THE QUESTION PAPER:

The main question paper will be bilingual, in Hindi and English.


QUALIFYING MARKS AND AWARD OF CTET CERTIFICATE

NCTE के 11.02.2011 के नोटिफिकेशन नंबर 76-4/2010/NCTE/Acad के अनुसार, TET एग्जाम में 60% या उससे ज़्यादा नंबर लाने वाले को TET पास माना जाएगा।

(a) स्कूल मैनेजमेंट—चाहे सरकारी हों, लोकल बॉडी हों, सरकारी फंडेड हों, या प्राइवेट हों—अपनी मौजूदा रिज़र्वेशन पॉलिसी के अनुसार SC/ST, OBC, दिव्यांग ग्रुप और दूसरे लोगों को छूट दे सकते हैं।

(b) उन्हें रिक्रूटमेंट प्रोसेस में CTET स्कोर पर ध्यान देना चाहिए। हालांकि, CTET पास करने से किसी भी व्यक्ति को रिक्रूटमेंट या नौकरी का हक नहीं मिलता, क्योंकि यह अपॉइंटमेंट के लिए सिर्फ़ एक एलिजिबिलिटी की ज़रूरत है।


APPLICABILITY

(i) CTET केंद्र सरकार द्वारा चलाए जा रहे स्कूलों, जैसे KVS, NVS, और सेंट्रल तिब्बतन स्कूल, साथ ही केंद्र शासित प्रदेशों चंडीगढ़, दादरा और नगर हवेली, दमन और दीव, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप, और NCT दिल्ली के कंट्रोल वाले स्कूलों पर लागू होता है।

(ii) CTET प्राइवेट बिना मदद वाले स्कूलों पर भी लागू हो सकता है, जो CTET पर विचार कर सकते हैं।

(iii) राज्य सरकार या लोकल बॉडी के मालिकाना हक वाले और मैनेज किए जाने वाले स्कूल, साथ ही मदद पाने वाले स्कूल, राज्य सरकार द्वारा आयोजित TET पर फोकस करेंगे। हालांकि, अगर कोई राज्य सरकार राज्य TET आयोजित नहीं करने का फैसला करती है, तो भी वह CTET पर विचार कर सकती है।

(iv) CBSE एफिलिएशन बाय-लॉज़ के अनुसार, CBSE से जुड़े स्कूलों में क्लास I से VIII तक अलग-अलग सब्जेक्ट पढ़ाने के लिए टीचरों की मिनिमम क्वालिफिकेशन को अपडेट किया गया है। 6 मार्च 2012 के बाद नियुक्त हुए टीचरों के लिए, इन क्लासों को पढ़ाने के लिए सेंट्रल टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट या NCTE की गाइडलाइंस के आधार पर संबंधित केंद्र या राज्य सरकार द्वारा आयोजित टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट (TET) पास करना ज़रूरी है।


VALIDITY PERIOD OF CTET CERTIFICATE

अपॉइंटमेंट के लिए CTET क्वालिफाइंग सर्टिफिकेट का वैलिडिटी पीरियड सभी कैटेगरी के लिए लाइफटाइम होता है। CTET सर्टिफिकेट पाने के लिए कोई भी व्यक्ति कितने भी अटेम्प्ट दे सकता है, इसकी कोई लिमिट नहीं है। जो व्यक्ति CTET क्वालिफाई कर चुका है, वह अपना स्कोर बेहतर करने के लिए एग्जाम दोबारा भी दे सकता है।

 

 






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